: काम के लिए रामेश्वरम जा रहे थे दशरथ उरांव, रास्ते से लापता)
रामचरित मानस के श्लोकों को अपने अंदर उतारने की जरुरत
विधायक ने आगे कहा कि हमें अपने अंदर की बुराइयों को त्यागने का संकल्प लेना चाहिए. भगवान श्रीराम ने समाज में एक मर्यादा स्थापित की थी, इस कारण वे मर्यादापुरूषोत्तम कहलाये. पिता के वचन के लिए 14 वर्षों का वनवास काटा तो नारी की रक्षा के लिए रावण जैसे असुर का नाश किया. बैद्यनाथ राम ने रामचरित मानस को अपने अंदर उतारने की बात कही. कहा सिर्फ पाठ करने से कुछ नहीं होगा, जब तक हम रामचरित मानस के श्लोकों को अपने अंदर नहीं उतारेंगे, तब तक पाठ की सार्थकता पूरी नहीं होगी. इसे भी पढ़ें : पटनाः">https://lagatar.in/patna-female-policeman-shot-dead-in-hotel-room/">पटनाःहोटल के कमरे में महिला पुलिसकर्मी की गोली मारकर हत्या
मथुरा के नव धार्मिक रामलीला मंडली ने कई प्रसंगों का किया मंचन
विघायक के संबोधन से पहले मथुरा के नव धार्मिक रामलीला मंडली ने रामायण के कई प्रसंगों का मंचन किया. यूपी से आये अनिल एवं उनके सहयोगियों ने माता दुर्गा की आकर्षक झांकी निकाली. झांकी देखकर लोग भाव विभोर हो गये. कार्यक्रम में महायज्ञ समिति के अध्यक्ष प्रमोद प्रसाद सिंह, महामंत्री सुदामा प्रसाद गुप्ता, कोषाध्यक्ष विनोद कुमार महलका, डा विशाल शर्मा, राजू सिंह, सुनील कुमार शौंडिक, चंद्रप्रकाश उपाध्याय, मदन प्रसाद, दुर्गा प्रसाद, अंकित पांडेय, संतोष कुमार अग्रवाल, प्रकाश मोहन अग्रवाल, विशाल कुमार आदि मौजूद रहे. बता दें कि श्रीरामचरित मानस नवाह्य परायण पाठ का इस वर्ष स्वर्ण जयंती वर्ष मनाया जा रहा है. महासमिति द्वारा कई आयोजन किये जा रहे हैं. इसे भी पढ़ें : झारखंड">https://lagatar.in/jharkhands-boys-and-girls-tennis-volleyball-team-leaves-for-pune/">झारखंडकी बालक- बालिका टेनिस वॉलीबॉल टीम पुणे रवाना [wpse_comments_template]